One Liner Questions-7

1. "विभावानुभावव्यभिचारिसंयोगाद्रसनिष्पत्तिः" यह नाट्यसूत्र है? -नाट्यशास्त्र


2. कारणान्यथ कार्याणि सहकारीणि यानि च।
रत्यादेः स्थायिनो लोके तानि चेन्नाट्यकाव्ययोः॥
विभावा अनुभावास्तत् कथ्यन्ते व्यभिचारिणः।
व्यक्तः स तैर्विभावाद्यैः स्थायीभावो रसः स्मृतः॥ यह रस लक्षण है? -काव्यप्रकाश


3. विभावेनानुभावेन व्यक्तः संचारिणा तथा।
रसतामेति रत्यादिः स्थायीभावः सचेतसाम्॥ यह रसलक्षण है? -साहित्यदर्पण


4. रस सम्प्रदाय के प्रवर्तक आचार्य है? -भरतमुनि


5. काव्यमीमांसा में रससिद्धान्त का प्रतिष्ठापक आचार्य माना है? -नन्दिकेश्वर


6. उत्पत्तिवाद के आचार्य भट्टलोल्लट(नौवीं शताब्दी) किस दर्शन से सम्बन्धित है? -मीमांसा

7. अनुमितिवाद के आचार्य शंकुक(नौवीं शताब्दी) किस दर्शन से सम्बन्धित है? -न्याय


8. भुक्तिवाद के आचार्य भट्टनायक(ग्यारहवीं शताब्दी) किस दर्शन से सम्बन्धित है? -सांख्य


9. अभिव्यक्तिवाद के आचार्य अभिनवगुप्त(ग्यारहवीं शताब्दी) किस दर्शन से सम्बन्धित है? -शैव




10. चित्रतुरगन्याय की कल्पना किस आचार्य की है? -शङ्कुक


11. आचार्य भरत ने कितने रस स्वीकार किये? आठ


12. प्रेयान् रस को किसने दसवाँ रस माना है? -रुद्रट


13. भक्तिरस को प्रधानता किसने दी? -रूपगोस्वामी


14. विश्वनाथ ने किस रस को दसवाँ रस माना? -वात्सल्य


15. अभिनवगुप्त ने किस रस को मूलभूत रस माना? -शान्तरस


16. रत्याद्युद्बोधका लोकेविभावाः काव्यनाट्ययोः यह विभाव का लक्षण है? -साहित्यदर्पण


17. उद्बुद्धं कारणैः स्वैः स्वैर्बहिर्भावं प्रकाशयन्।
लोके यः कार्यरूपः सोऽनुभावः काव्यनाट्ययोः॥ यह अनुभाव का लक्षण है? -साहित्यदर्पण


18. अविरुद्धा विरुद्धा वा यं तिरोधातुमक्षमाः।
आस्वादाङ्कुरकन्दाऽसौ भावः स्थायीति संमतः॥ यह स्थायी भाव का लक्षण है? -साहित्यदर्पण


19. सात्त्विकभाव कितने हैं? -आठ


20. विशेषादाभिमुख्येन चरणाद् व्यभिचारिणः।
स्थायिन्युन्मग्ननिर्मग्नास्त्रयस्त्रिंश्च्च तद्भिदाः॥ यह व्यभिचारी भाव का लक्षण है? -साहित्यदर्पण


21. व्यभिचारीभाव की संख्या है? -३३


22. शृङ्गाररस का वर्ण है? -श्याम


23. शृङ्गाररस का देवता है? -विष्णु


24. शृङ्गार के कितने भेद हैं? - दो (संभोग तथा विप्रलभ)


25. विप्रलभ शृङ्गार के कितने भेद हैं? -५ (अभिलाषा, विरह, ईर्ष्या, प्रवास, शाप)


26. हास्यरस का देवता है? -प्रमथ


27. हास्यरस का वर्ण है? -श्वेत


28. हास्यरस के भेद है? -६ (स्मित, हसित, विहसित, अवहसित, अपहसित, अतिहसित)


29. आचार्यभरत ने हास्य के कितने भेद माने हैं? -२ (आत्मस्थ तथा परस्थ)


30. करुण रस का देवता है? -यम


31. करुण रस का वर्ण है? -कपोत


32. अग्निपुराण में करुणरस के कितने भेद माने हैं? -३ (धर्मोपघात जन्य, वित्तविनाशजन्य तथा शोकजन्य)


33. रौद्ररस का देवता है? रुद्र


34. रौद्ररस का वर्ण है? -रक्त


35. अग्निपुराण में रौद्र के भेद हैं? -३ (आङ्गिक, वाचिक, वेशभूषाजन्य)


36. वीररस का देवता है? -महेन्द्र


37. वीररस का वर्ण है? -स्वर्ण


38. वीररस के कितने भेद हैं? -४ (दानवीर, धर्मवीर, युद्धवीर, दयावीर)


39. अग्निपुराण में वीररस के भेद माने हैं? -३ (दानवीर, धर्मवीर, युद्धवीर)


40. भयानक रस का देवता है? -काल


41. भयानक रस का वर्ण है? -कृष्ण


42. बीभत्सरस का देवता है? -महाकाल


43. बीभत्सरस का वर्ण है? -नील


44. अद्भुतरस का देवता है? -गन्धर्व


45. अद्भुतरस का वर्ण है? -पीत


46. शान्तरस का देवता है? -नारायण


47. शान्तरस का वर्ण है? -कुन्दपुष्पवत्

 

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